हम भारतीयों के लिए नही है मातृ दिवस: Most Motivated Speech On Mother’s Day In Hindi

दोस्तों, क्यों…. title पढ़कर चोंक गए क्या? लेकिन यह सच है कि हम में से बहुत से भारतीयों के लिए मातृ दिवस नही है। भले ही अपनी मां के साथ प्रेम जताने के लिए हम मातृ दिवस की बधाई दे देते है, लेकिन फिर भी हम लोगों के लिए मातृ दिवस नही है।

क्यों मनाया जाता है मातृ दिवस

दोस्तों Mothers Day History जो भी रही हो, तब अलग कारण से इसकी शुरुआत हुई थी, लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया, इसे मनाने के लिए अलग धारणा बन गयी। आज के जमाने में Mother’s Day सिर्फ हमारी अपनी माँ को समर्पित है।

मातृ दिवस के मौके पर बच्चे अपनी मां के प्रति अपने प्रेम को दर्शाते है और इस शुभ मौके पर अपनी मां को उपहार देते है।

आखिर हम भारतीयों के लिए क्यों नही है मातृ दिवस

mothers day quotes in hindi lekin hum bhartiyo ke liye nahi hai mothers day

दोस्तों, जैसा कि आप सबको पता ही है, आजकल विदेशों में अधिकतर लोग अपने परिवार से अलग रहते है, यानी कि मां-बाप कही और रह रहे है और बच्चे कही और।

तो ऐसे में उनका आपस में तो मेल इतना हो नही पाता, जिस वजह से बच्चे अपनी बचपन की कुछ यादों को, मां के साथ बिताए कुछ सालों को याद करके, एक दिन मां को समर्पित करते है।

इसलिए वह साल में सिर्फ एक दिन, अपनी मां को समर्पित कर देते है और उनका एक दिन ही उनके लिए उनके पूरे साल के प्यार को बनाये रखता है (व्यंग्य)।

लेकिन हम भारतीयों में क्या है हमारी मां की अहमियत?

दोस्तों, अब अगर हम अपने स्वयं पर आये, हमारी भारतीय संस्कृति पर। खैर संस्कृति तो बहुत पुरानी बात हो गयी, आज की ही बात पर आये तो हमारे लिए हमारे माता-पिता ही सबसे अधिक अहमियत रखते है।

हम पूरा साल अपने मम्मी-पापा के साथ रहते है और साल में अनेकों दिन ही प्यार दर्शाने के, व्यक्त करने के मौके हमारे पास होते है।

वैसे एक बात फिर भी ध्यान रखिये माँ-बाप के साथ प्यार कभी जताया नही जाता, क्योंकि मां-बाप के साथ प्यार दिल से होता है और जो दिल से है उसे जताने की जरूरत नही, वह अपने आप बाहर निकलता है, उनकी फिक्र बनकर, उनकी भलाई के बारे में सोचकर इत्यादि इत्यादि।

इसलिए हम जो अपने माता-पिता के साथ रहते है, मुझे नही लगता कि हमारे लिए सिर्फ एक दिन है मां को प्यार जताने के लिए क्योंकि वो तो हमारे दिल में सदैव है और हमारा हर कार्य उनके लिए और अपने परिवार के लिए ही होता है।

इसलिए यह एक दिन प्यार को बांध नही सकता कि सिर्फ एक ही दिन प्यार दिखाए। हां, Mothers Day है, कोई न, कर लीजिये थोड़ी-सी formality जैसे birthday वाले दिन आपका एक बार फिर से जन्म होता है😉। लेकिन मां से अगर प्यार है, तो हम भारतीयों को गौरवान्तित होना चाहिए कि हमारी मां, हमारे पिता जी, हमारे साथ है। हमारा प्यार किसी खास दिन का मोहताज नही।

तो फिर मातृ दिवस के उपलक्ष्य ने कुछ सुविचार भी पढ़ ही लें यानी कि Mother’s Day Quotes In Hindi

लेकिन फिर भी कुछ अपने मां-बाप साथ नही रह पाते

दोस्तों, भले ही अधिकतर हमेशा अपने मां-बाप के साथ ही रहते है, लेकिन फिर भी कुछ मजबूरी के कारण और कुछ बद्दकिस्मती के कारण अपने परिवार के साथ नही रह पाते।

हमारे रक्षक

दोस्तों, सबसे पहले तो हमारे रक्षकों को प्रणाम जो भारत मां की रक्षा के लिए अपना परिवार छोड़कर सरहद पर या किसी भी प्रकार से देश ही रक्षा के लिए घर से दूर रहते है। उनके लिए उनकी भारत मां भी, उनका सब कुछ है।

वैसे तो मेरी भारत मां, मुझे भी प्यारी है, लेकिन जो देश की रक्षा के लिए मर-मिटने का जज्बा रखते है, उनके भाव तो मेरे भावों से हज़ारों/लाखों गुना अधिक होंगे। इसलिए उन्हें नमन जो हमारी मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपने परिवार से दूर है।

कुछ होते है पैसे के प्रेम में

दोस्तों यह बात आजकल काफी दुख देती है, जो लोग पैसों के लालच में अपने परिवार से दूर हो जाते है। चलिए, माना उन्होंने भी अपना पेट पालना है, लेकिन वो फिर अपने मां-बाप को अपने साथ क्यों न रख लेते? अगर उन्हें प्रेम है, तो जब पढ़ाई-लिखाई हो गई और अच्छी नौकरी लग गई, फिर अपने परिवार को अपने साथ ही क्यों नही रखते?

जो नही रखते, वह अधिकतर वही होते है, जिन्हें परिवार से अधिक, पैसों से प्रेम होता है, ठीक विदेशी देशों की तरह☹️।

अब आते है बद्दकिस्मत

कुछ लोग काफी बद्दकिस्मत भी होते है, जो मां-बाप के होते हुए भी, उनका आदर-सत्कार नही करते। झूठे दिखावे के लिए मंदिर/मस्जिद/गुरुद्वारा/चर्च तो चले जाएंगे, गरीबों में पैसे दान करके मसीह तो बन जाएंगे। लेकिन अपने मां-बाप को वृद्ध-आश्रम भेज देते है😭।

दोस्तों भला यह कैसा प्यार?

मेरे विचार

दोस्तों, मेरे विचार में तो परिवार ही सबसे अधिक अहमियत रखता है। या फिर जो देश प्रेम के लिए घर से दूर हो जाते, उनकी तो बात ही क्या? उन्हें हमेशा नमन। लेकिन जो लाखों/करोड़ों/खरबों कमाने के लिए परिवार से दूर रहते, तो इतने अधिक पैसों का कहा फायदा? क्या कोई मां-बाप का प्यार खरीद सकता है? नही… इसलिए कद्र कीजिये और हमेशा शुक्रगुजार होइए रब्ब के, जो वो स्वयं मां-बाप बनकर आपके सम्मुख है।

दोस्तों, इस आर्टिकल पर आपके क्या विचार है, आप भी कमेंट करके जरूर बताए और हां, अगर पसन्द आयी हो तो शेयर करना न भूले, क्योंकि यह एकदम मेरे अपने विचार है और शायद पूरे internet पर आपको मातृ दिवस पर इतना बढ़िया लेख न मिले, बाकी आप बताए, आपको पसन्द आया?

ज्ञानपूंजी की तरफ से रोजाना अपने व्हाट्सएप्प पर प्रेरणादायक विचार प्राप्त करने के लिए 9803282900 पर अपना नाम और शहर लिखकर व्हाट्सएप्प मैसेज करे।

हम भारतियों के लिए नहीं है मातृ दिवस, वीडियो