मृत्यु सत्य है (Death Is True)

महात्मा बुद्ध ग्राम-ग्राम विचरते हुए लोगों को धर्म-कर्म की शिक्षा दे रहे थे।  बुद्ध पेड़ के नीचे बैठे हुए थे तथा उनके साथ उनके शिष्य भी थे। तभी एक औरत रोती-रोती बुद्ध के पास आयी और बुद्ध जी से कहने लगी ,”महाराज ,अनर्थ हो गया ,मेरा कुछ भी न रहा ,मेरा एक ही बेटा , वह भी अब न रहा। आप उसे दुबारा जीवित कर दीजिये। आप तो सब कुछ कर सकते है ,मेरे बेटे को भी जीवित कर दीजिये। “



बुद्ध जी ने उस औरत को समझाने का प्रयास किया कि मृत व्यक्ति जीवित नहीं हो सकता लेकिन वह मानी न। फिर बुद्ध ने उसे शिक्षा देने का निश्चय किया और कहा ,”ठीक है ,मैं तुम्हारे बेटे को जीवित कर दूंगा ,लेकिन तुम्हे एक काम करना होगा कि मुझे किसी ऐसे घर से भिक्षा लाकर दो ,जहाँ कोई भी कभी मरा न हो। 

वह औरत मान गयी और उसने सोचा कि ऐसा कोई-न-कोई घर तो मैं ढूंढ ही लूंगी। वह पुरे गाँव में ढूंढने लगी जहा कोई भी न मरा हो लेकिन उसे ऐसा कोई भी घर न मिला।

अंत में निराश होकर वह बुद्ध के पास वापिस आयी और कहा कि उसे ऐसा कोई भी घर नहीं मिला। तब बुद्ध(Buddha) ने उसे समझाते हुए कहा कि ,”देह त्याग ही शाश्वत सत्य है। जो इंसान भी इस दुनिया में आया है ,उसे एक-न-एक दिन अपनी देह को त्यागकर मृत्यु को प्राप्त होना ही है। एक दिन सब अपने नश्वर शरीर का त्याग करेंगे। कोई पहले चले जाता है और कोई थोड़ा रूककर ,लेकिन एक दिन सब ने ही अपने शरीर और संसार को छोड़कर परलोक में जाना ही है। इसलिए अपने मन को समझायो। तुमने अपना बेटा खोया है ,लेकिन यह भी सत्य है जो आया है वह एक दिन जरूर जाएगा। पुत्र मोह को त्यागो को सच को समझो।

Google Plus Page पर भी Follow करें 

E-Mail द्वारा नयी Post  प्राप्त करने के लिए जरूर subscribe करें।

तब बुद्ध जी से उस औरत को सांत्वना मिला और वह सच की खोज में बुद्ध के पास दीक्षित हो गयी।

दोस्तों , यह कहानी भले ही कुछ लोगों हक़ीक़त में न सोचकर देखी हो ,लेकिन एक बार जरा इसे सच में सोचकर देखिये कि एक माँ ,जिसने अपने इकलौते बेटे को खो दिया हो उस पर क्या बीतेगी? लेकिन यह भी सच है कि जो आया है ,उसे एक-न-एक दिन जाना तो जरूर ही है। इसलिए बुद्ध ने भी उस औरत को समझाया कि वह मोह को त्याग दे और हक़ीक़त को स्वीकार करे।

यह दुनिया ही जन्म-मरण की दुनिया है। जो भी पैदा हुआ है ,चाहे वो इंसान हो या जानवर ,पशु हो या पक्षी हूँ , जलचर हो या थलचर ,जिसने भी जन्म लिया है ,उसने इस दुनिया को त्यागना ही है।बस अपने मोह पर थोड़ा control रखे और सच को स्वीकार करे।

Searchable tags
Inspirational Stories In Hindi
Hindi Stories
Motivational Stories In Hindi
Mahatma Buddha Stories hindi
Mahatma Buddha ki kahaniya
Buddha Ki sikshaayen