जब व्यक्ति अकेला हो
तो उसे अपने विचारो को
संभालना चाहिए
और जब व्यक्ति
सब के बीच हो
तो उसे अपने
शब्दों को संभालना चाहिए ।
क्यूंकि अकेले में कई तरह के विचार इंसान के दिलो-दिमाग में आ जाते है जिनमे अच्छे और बुरे दोनों तरह के होते है इसलिए अकेले में विचारो को संभालना चाहिए ,लेकिन जब सब के बीच में हो तो अपने वचनो का सोच-समझकर प्रयोग करना चाहिए ।
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